कुंभ: संगम के तट पर जलोटा ने भजन से बांधा समा
सभी ने भक्तिभाव में मग्न होकर मधुर भजनों का आनन्द लिया। भजन सुनकर ऐसा लग रहा था मानों संगम में डुबकी लगाने से शरीर का स्नान हुआ और भजनों को श्रवण कर आत्मा का स्नान हो गया। भजनों का श्रवण कर दुनिया के अनेक देशों के लोग भाव विभोर हो उठे।